परशुराम ने क्षत्रियों को शिक्षा न देने का प्रण क्यों लिया था?
Ritu Singh
परशुराम के शिष्य भीष्म से लेकर कर्ण और द्रोण तक शामिल थे, लेकिन...
ऐसा क्या हुआ की परशुराम नें क्षत्रियों को शिक्षा न देने का प्रण ले लिया था.
असल में इस प्रण का कारण भी भीष्म ही बने थे और परशुराम के इस प्रण के कारण ही कर्ण को उनकी सिखाई सारी विद्या भूलने का श्राप भी.
परशुराम के प्रिय शिष्य में भीष्म थे लेकिन जब विचित्रवीर्य के विवाह के लिए काशी नरेश की बेटियों का अपहरण भीष्म ने किया तो
अम्बा को न तो उसके प्रेमी ने स्वीकार किया न भीष्म विवाह को राजी हुए थे तब अम्बा ने भीष्म के गुरु परशुराम से गुहार की थी.
अम्बा ने परशुराम से से प्रार्थना की थी कि वे अपने शिष्य भीष्म को उससे विवाह की आज्ञा दें तब भीष्म ने गुरु आज्ञा की अवहेलना कर अपनी प्रतिज्ञा पर अडिग रहे.
तब परशुराम और भीष्म के बीच युद्ध शुरू हो गया जो 21 दिन तक चला था और परशुराम भीष्म को परास्त नहीं कर सके तब परशुराम युद्ध छोड़कर चले गए.
इसके बाद परशुराम अपने शिष्य के पराक्रम से प्रसन्न हुए लेकिन साथ ही ये प्रण भी किया कि अब वह ब्राह्मणों के अतिरिक्त अन्य किसी कुल के विद्यार्थी को शिक्षा न देंगे.