Jun 1, 2024, 10:09 AM IST

शकुनि ने अपने ही भाईयों का मांस क्यों खाया था?

Ritu Singh

शकुनि अपने ही भाईयों का मांस खाकर जिंदा रहा था और इसके पीछे वजह गांधारी थी.

क्योंकि गांधारी के विवाह के बाद भीष्म ने गांधारी के परिवार को हस्तिनापुर बुलाकर कैद कर दिया था.

हस्तिनापुर की मेहमान नवाजी का एक ऐसा नियम था जिसके चक्कर में गांधारी का परिवार फंस गया था.

इस नियम के तहत जब तक गांधारी के ससुरला से उसके मायके वालों को भोजन मिलता रहता, तब तक वह हस्तिनापुर नहीं छोड़ सकते थे.

भीष्म ने ये सजा इसलिए दी थी क्योंकि गांधारी का विवाह बिना बताए पहले बकरे से किया गया था फिर धृतराष्ट्र से, और फिर बकरे की बलि दे दी गई थी.

भीष्म ने गांधार नरेश समेत उनके पूरे कुनबे को कैद कर लिया और रोज खाने की मात्रा कम करते गए,

ऐसे में एक वक्त ऐसा आया कि शकुनि के भाई भूख से कमजोर होते गए तब गांधारी के पिता ने शकुनि को मरे भाईयों का मांस खा कर जिंदा रहने को कहा था.

क्योंकि शकुनि चालाक था इसलिए गांधारी के पिता ने उसे सबका खाना और मांस खिलाकर जिंदा रखा ताकि वह कौरव वंश को समाप्त कर सके.

पिता की मौत के बाद अंतिम क्रिया के लिए शकुनि हस्तिनापुर से अपने राज्य गांधार जा सका और फिर वापस खुद से हस्तिनापुर आया.