बहुत पूजा पाठ करने पर भी क्यों दुखी रहते हैं लोग, प्रेमानंद महाराज ने बताई वजह
Nitin Sharma
आज कल सोशल मीडिया पर वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचन और सत्संग के वीडियो वायरल हो रहे हैं.
प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन करने के लिए उनके भक्त देश-विदेश से वृंदावन आते है. यहां भक्त महाराज जी से मन के सवाल पूछते हैं.
प्रेमानंद जी महाराज के एक भक्त ने उनसे पूछा कि बहुत पूजा पाठ करने वाले लोग दुखी क्यों रहते हैं. आखिर ऐसा क्यों होता है.
प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि आपने जो जन्म- जन्मांतर से जो पाप किए हैं, वो भगवान इस जन्म में निपटाते हैं.
जिस तरह से आपके घर में कूड़ा दिखाई नहीं देता है, लेकिन जैसे ही आप झाड़ू लगाते हैं तो बहुत सारा कूड़ा इकट्ठा हो जाता है. इसलिए जब आप पूजा- पाठ शुरू करते हैं तो कष्ट शुरू हो जाते हैं.
महाराज जी कहते हैं कि आप भजन मार्ग न छोड़े साथ ही बिल्कुल भी भयभीत न हो, क्योंकि क्योंकि परमार्थ के पथिक का हर शूल, फूल हो जाता है.
महाराज जी ने कहा कि जो भी भगवान की प्राप्ति के रास्ते पर चलता है. उसका अमंगल कैसे हो सकता है. वहीं अगर अमंगल हो भी रहा है तो इसका मतलब है कि अमंगल हमारा जमा था, जो कष्ट के रूप में नष्ट हो रहा है.
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि यह नहीं सोचना चाहिए कि जब से हमने भगवान का नाम जप शुरू किया है तब से विपत्ती आना शुरू हुई है. भगवान का निरंतर जप करना चाहिए.