मंदिरों में VIP दर्शन करने से क्यों नहीं मिलता पुण्य फल?
Nitin Sharma
भगवान के दर्शन करना हर कोई चाहता है. इसके लिए मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है.
वृंदावन से लेकर राजस्थान समेत दुनिया भर के मंदिरों में लोग भगवान के दर्शन पाने के लिए घंटों कतारों में खड़े रहते हैं.
वहीं कुछ लोग इसबीच वीआईपी दर्शन पाने का जुगाड़ लगा लेते हैं. बहुत से वीआईपी सिक्योरिटी के साथ बिना लाइन के आराम से भगवान के दर्शन कर निकल जाते हैं.
इस पर कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय महाराज कहते हैं कि वीआईपी दर्शन करने वालों को भगवान के दर्शन का पुण्य नहीं मिलता, आइए जानते हैं क्यों.
कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय कहते हैं कि भागवत में एक कथा आती है पूतना. वह बताते हैं कि पूतना भगवान के सामने बेहद सुंदर बनकर गई.
उसे देखकर सब मोहित हो गये. सभी पूतना से प्रभावित हो गये, लेकिन जब राक्षसी पूतना ने मात्र 6 दिन के श्रीकृष्ण को गोद में उठाया तो उन्होंने अपनी आंखें बंद कर ली.
इंद्रेश उपाध्याय महाराज ने कहा कि जब आप पूतना पद्धती वीआईपी तरीके से दर्शन करने जाते हैं तो भगवान भी इसी तरह आंखें बंद कर लेते हैं. आप भगवान को देखते हैं, लेकिन वो आपको नहीं देखते. इसलिए पुण्य नहीं मिलता.
इंद्रेश उपाध्याय महाराज कहते हैं कि जब आप सामान्य पद्धति से भगवान के दर्शन करने जाते हैं. तब आपको भगवान दिखाई दें या न दें, लेकिन भगवान आपको जरूर देख लेते हैं.