Jul 22, 2024, 03:34 PM IST

द्रौपदी को 5 पति होने के बावजूद सती क्यों कहा जाता है?

Anamika Mishra

महाभारत में द्रोपदी का विवाह 5 पाडवों से हुआ था, लोकिन इसके बावजूद भी द्रोपदी को सती कहा जाता है. 

माना जाता है कि द्रोपदी आग से जन्मी थी और उनका नाम यज्ञजा भी था. 

इसके अलावा द्रोपदी ने अपने पतियों के अलावा किसी परपुरुष का चिंतन नहीं किया. 

हमेशा अपने पतियों और अपनी सास की सेवा की.

द्रोपदी के जीवन में कई ऐसी परिस्थितियां आईं जहां उसने अपने पतियों के प्रति निष्ठा को साबित किया.

धृतराष्ट्र ने जब उससे कुछ मांगने के लिए कहा तो उसने केवल अपने पतियों के लिए ही मांगा और लोभ को त्यागकर क्षत्रिय धर्म निभाया.

वनवास के समय जयद्रथ उस पर मोहित हो गया था वह तब भी अपने कष्टों से छुटकारा पाने के लिए उसे अपना सकती थी लेकिन उसने उसका विरोध किया.

पांच पतियों की पत्नी बनने का फैसला द्रोपदी का नहीं उस सभा का था जिसमें उसके पिता (द्रुपद), भाई, होने वाले पति, सास, पितामह ससुर और संबंधी थे.

द्रौपदी का एक नाम कृष्णा भी है जो भगवान श्री कृष्ण ने दिया था, भगवान श्रीकृष्ण ने अपना नाम द्रौपदी को दिया तो ये सिद्ध होता है कि द्रौपदी एक महान पतिव्रता और एक महान सती है.