Feb 26, 2025, 03:07 PM IST

Mahashivratri: महादेव के बजाय अकसर 'हर हर महादेव' क्यों कहते हैं?

Raja Ram

भगवान शिव को 'महादेव' कहा जाता है, जो उनकी सर्वोच्च शक्ति और महत्व को दर्शाता है.

भगवान शिव के भक्त इस मंत्र का जाप अपने अंदर की सभी बुराइयों को नष्ट करने के लिए करते हैं.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब सृष्टि में सकारात्मक ऊर्जा का जन्म हुआ, तो महादेव ने इसे जागृत करने के लिए 'हर हर महादेव' का उच्चारण किया.

'हर' शब्द का उल्लेख वेदों और पुराणों में किया गया है, जो बुराइयों को समाप्त करने की शक्ति का प्रतीक है.

यह मंत्र केवल भगवान शिव की आराधना का माध्यम नहीं है, बल्कि आत्म-शुद्धि और चेतना को जागृत करने का भी तरीका है.

इस मंत्र के माध्यम से भक्त अपने भीतर की बुरी आदतों, लालच और ईर्ष्या को नष्ट करने की प्रार्थना करते हैं.

'हर हर महादेव' का जाप भगवान शिव की असीम कृपा पाने का मार्ग है.

'हर हर' का तात्पर्य है नष्ट करना. यह नकारात्मकता को समाप्त कर सकारात्मकता को अपनाने का प्रतीक है.

(Disclaimer: यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों पर आधारित है. इसे मानने से पहले विशेषज्ञों से सलाह अवश्य लें).