घर के पास मंदिर देखकर भले ही आप खुश होते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि ये वास्तु के अनुसार सही नहीं है.
वास्तु में घर के पास मंदिर का होना घर में रहने वाले लोगों पर नकारात्मक असर दिखाता है.
मंदिर से निकलने वाली ऊर्जा को संभालना आम लोगों के बस की बात नहीं होती और इसी कारण कई बार इससे लोगों को कई तरह की दिक्कतें होती हैं.
अगर मंदिर घर के बहुत नजदीक या गलत दिशा में हो तो यह घर के लिए वास्तु दोष उत्पन्न कर सकता है, जिससे आपके पारिवारिक जीवन में बाधाएं आ सकती हैं
यदि किसी मंदिर या गर्भगृह का मुख्य द्वार घर के मुख्य द्वार के ठीक विपरीत है, तो यह आपके घर में वास्तु दोष उत्पन्न कर सकता है.
इससे घर में मानसिक तनाव, आर्थिक समस्या और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं.
यदि मंदिर की छाया घर पर पड़ती है, तो यह विशेष रूप से अशुभ माना जाता है, खासकर यदि छाया 6 घंटे से अधिक समय तक रहे तो ये भी शुभ नहीं होता है.
तो चलिए जानें अगर घर के पास या अगल-बगल में मंदिर है तो क्या करें.
यदि मंदिर का मुख्य द्वार आपके घर के प्रवेश द्वार के सामने है, तो किसी भी प्रकार के वास्तु दोष से बचने के लिए घर के मुख्य द्वार पर तुलसी का पौधा लगाएं.
यदि मंदिर का ऊर्जा प्रभाव घर को प्रभावित कर रहा हो तो घर की खिड़की या दरवाजे पर हल्के रंग का पर्दा टांग दें या ऊंची दीवार बनवा दें ताकि ऊर्जा संतुलन बना रहे.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. इस खबर की पुष्टी डीएनए हिंदी नहीं करता है.)