Jul 31, 2024, 11:01 PM IST

पांडवों ने क्यों बनवाया था केदारनाथ मंदिर?

Aditya Prakash

उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ धाम को बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि यहां भगवान शिव त्रिकोण शिवलिंग के रूप में विराजमान रहते हैं.

लगभग छ महीने हिम से घिरे रहने वाले इस पवित्र धाम को भगवान शिव का निवास स्थल बताया गया है. 

पौराणिक ग्रंथों अनुसार पांडवों ने इस धाम का निर्माण किया था. माना जाता है कि पांडवों को भगवान शिव का साक्षात दर्शन हुआ था.

धार्मिक कथाओं में उल्लेखित है कि महाभारत युद्ध को जीतने के बाद पांडवों को हस्तिनापुर की गद्दी मिल गई.  

इसके बाद श्री कृष्ण के साथ युद्ध को लेकर पांडवों ने समीक्षा की, और पाया कि उनके ऊपर बंधु-बांधवों की हत्या का कलंक लग गया है.

श्री कृष्ण ने उनसे कहा कि इन पापों से सिर्फ महादेव ही आप लोगों को मुक्ति दिला सकते हैं. इसलिए आप लोग महादेव की शरण में जाएं.

इस बात के कई वर्षों बाद पांचों पांडव और द्रौपदी शिव जी की खोज में हिमालय के लिए निकल पड़े.

बहुत परिश्रम करने के बाद उन्हें शिव जी का दर्शन प्रप्त हुआ. शिव जी ने उन्हें उनके पापों से मुक्त कर दिया, और स्वर्ग का रास्ता बताया.

पांडवों ने उसी जगह पर शिव जी की पूजा-अर्चना की, और एक मंदिर का निर्माण करवाया. वही जगह आज केदारनाथ धाम के रूप में जाना जाता है.