Aug 18, 2024, 12:25 PM IST

महाभारत युद्ध खत्म होते ही क्यों जल गया था अर्जुन का रथ?

Ritu Singh

 महाभारत युद्ध के अंत में अर्जुन का यह रथ जल गया था. क्या आपको पता है युद्ध के अंत में ऐसा क्यों हुआ और ये रथ जला क्यों था.

अर्जुन का धनुष गांडीव ही नहीं, उनका रथ  नंदीघोषा भी दैवीय शक्तियों से भरा था.

अर्जुन को वरुणदेव से नंदीघोष रथ मिला था और  ये सफेद रंग का था. इसे चार घोड़े खींचते थे. इसी कारण इसे श्वेतवाहन भी कहते थे.

अर्जुन के इस रथ परभगवान श्रीकृष्ण के साथ ध्वज पर हनुमान जी और पहियों पर शेषनाग यानी बलराम बैठे थे.

अर्जुन का रथ अत्यंत दिव्य था. यही कारण था कि युद्ध में कई योद्धाओं के रथ टूट जाने पर भी अर्जुन के रथ को खरोंच तक नहीं आई।

युद्ध समाप्त हुआ तो कृष्ण ने अर्जुन रथ से उतरने के लिए पहले कहा.

अर्जुन ने उनके सामने हाथ जोड़कर कहा, "हे माधव पहले इस रथ से उतरना होगा. मैं आपके पीछे चलूंगा. 

तब कृष्ण ने कहा कि, पार्थ पहले आपका रथ से उतर जाना बेहतर है. फिर रथ से श्रीकृष्ण उतरे फिर बलराम और अंत में हनुमान सूक्ष्म रूप में रथ से उतरे. 

जैसे ही हनुमान रथ से उतरे, अर्जुन का रथ जलने लगा. रथ जल गया और ये देख भगवान कृष्ण से अर्जुन ने इसका कारण पूछा.

तब कृष्ण ने बताया कि, हे अर्जुन, यह रथ भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य और कर्ण के दिव्य हथियारों के हमले से बहुत पहले जल गया था. 

रथ इतनी देर तक बचा रहा क्योंकि इस रथ पर हनुमान जी, शेषनाग और वह उपस्थित थे.