इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना मुहर्रम चल रहा है. आज मुहर्रम की 10 तारीख है जिसे आशूरा के तौर पर मनाया जाता है.
इस दिन मुस्लिम समाज के लोग देशभर में जुलूस निकालते हैं. आशूरा के दिन मुस्लिम लोग मातम मनाते हैं. लेकिन क्या आप इसका कारण जानते हैं.
इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक, पैगंबर मुहम्मद की बेटी फातिमा और दामाद अली के पोते हजरत इमाम हुसैन थें.
हजरत इमाम हुसैन को कर्बला के मैदान में बादशाह यजीद ने कैद कर लिया था. उन्होंने उन्हें भूखा-प्यासा रखा जिससे उनकी मौत हो गई.
हजरत इमाम हुसैन के शहीद होने की याद में ही मोहर्रम महीने में आशूरा पर मातम मनाया जाता है. इस दिन मुस्लिम लोग ताजिया निकालते हैं.
ताजिया हजरत-इमाम-हुसेन की कब्र के प्रतीक रूप में माना जाता है. इसे रंग-बिरंगे कागज से मकबरे के आकार में बनाया जाता है. ताजिए में युवा करतब करते हैं और छाती पीटकर शोक बनाते हैं.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.