Jul 16, 2024, 06:27 PM IST

क्यों भगवान परशुराम हमेशा क्रोधित रहते थे?

Aditya Katariya

भगवान परशुराम एक महान योद्धा और भगवान शिव के परम भक्त थे उन्हें भगवान विष्णु का छठा अवतार माना जाता है.

कहा जाता है कि भगवान परशुराम हमेशा क्रोधित रहते थे. आइए जानते हैं उनके क्रोध के पीछे क्या कारण था.

परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि की हत्या राजा सहस्त्रार्जुन के पुत्रों ने कर दी थी.

इस घटना से क्रोधित होकर परशुराम ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने और पृथ्वी को क्षत्रियों से मुक्त करने का संकल्प लिया था. 

परशुराम ने 21 बार पृथ्वी पर भ्रमण किया और उन क्षत्रियों का वध किया जिन्होंने ब्राह्मणों का अत्याचार किया था.

उनका मानना था कि क्षत्रियों ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया था और वे दंड के हकदार थे.

परशुराम भगवान शिव के परम भक्त थे. उन्होंने भगवान शिव की तपस्या करके अस्त्र-शस्त्र का ज्ञान और अद्भुत शक्ति प्राप्त की थी.

भगवान शिव ने उन्हें क्षत्रियों का वध करने का आशीर्वाद दिया था.

ऐसा माना जाता है कि उन्होंने केवल हैहय वंश के क्षत्रियों का ही नाश किया था, सभी क्षत्रियों का नहीं.

भगवान परशुराम को एक क्रोधित देवता के रूप में दर्शाया गया है, लेकिन उनके क्रोध के पीछे हमेशा न्याय और धर्म की भावना छिपी रहती थी.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.