Jan 25, 2024, 03:12 PM IST

राम के सामने फटी धरती और समा गईं सीता मां, क्यों रोक नहीं पाए भगवान

Abhishek Shukla

जिस राम के लिए महाबलशाली रावण को मारना भी कठिन नहीं था, वही राम बेबस हो गए थे.

उनके सामने ही उनकी भार्या सीता ने भूमि समाधि ले ली थी.

अयोध्या में भरी सभा के मध्य सीता ने पृथ्वी का आह्वान किया था.

उन्होंने कहा था कि अगर मेरी निष्ठा राम में है, मैंने पतिव्रता धर्म का पालन किया है तो धरती मां मुझे अपनी गोद में ले लें.

धरती आईं और सीता को लेकर चली गईं. 

राम विवश थे, वे क्रोधित हुए, चिल्लाए लेकिन सीता को धरती में समाने से नहीं रोक सके.

अयोध्यावासी सीता की पवित्रता पर संदेह कर रहे थे. राम ने लोकनिंदा के भय की वजह से सीता को निष्कासित कर दिया था.

मां सीता अग्नि परीक्षा देते-देते थक गई थीं. उन्होंने इसी वजह से धरती छोड़ देने का ही संकल्प कर लिया.

राम को अपनी कमी का एहसास हुआ लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.