Aug 9, 2024, 08:13 AM IST

6 महीने क्यों सोता था कुंभकर्ण? धोखे से मिला था ऐसा अभिशाप

Aman Maheshwari

रावण का भाई कुंभकर्ण साल में 6 महीने सोता था और 6 महीने खाना खाता था. ऐसा इसलिए क्योंकि, उसे ब्रह्मा जी ने इंद्रासन की जगह निद्रासन का वरदान दे दिया था.

धर्म कथाओं के अनुसार, ऋषि विश्रवा के तीन बेटे रावण, कुंभकर्म और विभीषण थे. उन्होंने अपने बेटों से ब्रह्मा को प्रसन्न करने के लिए तपस्या करने के लिए कहा.

ब्रह्मा जी सभी की तपस्या से प्रसन्न हुए और उन्हें वरदान मांगने के लिए कहा. लेकिन अगर वह कुंभकर्म को वरदान देते तो वह बहुत अधिक शक्तिशाली हो जाता.

कुंभकर्म बचपन से ही बहुत बलवान था. उसके लिए पूरे नगर का भोजन भी कम पड़ जाता था. ऐसे में देवताओं ने कुंभकर्ण के वरदान मांगने के समय मां सरस्वती से विनती की.

देवताओं ने मां सरस्वती से कुंभकर्म की जिव्हा पर विराजमान होने के लिए कहा. मां सरस्वती ने ऐसा ही किया. जैसे ही कुंभकर्ण ने इंद्रासन कह तो जीभ फिसलने से वह निद्रासन बोल गया.

ब्रह्मा जी ने उसे निद्रासन का वरदान दे दिया. कुंभकर्ण को इसका पश्चाताप हुआ तो उसने इस वरदान को वापस लेने के लिए कहा. लेकिन ब्रह्मा जी ने इसे वापस नहीं लिया लेकिन घटाकर 6 महीने के लिए कर दिया.

Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.