Apr 4, 2025, 10:15 AM IST

इन 5 शक्तियों से वनवास में रहकर भी पांडव बने महाबली

Smita Mugdha

वनवास में पांडवों के पास धर्म, तपस्या और भाग्य से प्राप्त कई विशेष शक्तियां थीं जिनका उन्होंने इस्तेमाल किया. 

वनवास में पांडवों का जीवन बहुत कठिन था, लेकिन खास शक्तियों के दम पर उनका बल और बुद्धि पहले से बढ़ गया. 

 वनवास के दौरान पांडवों को कई विशेष शक्तियां मिली थीं, जिनमें अक्षय पात्र, दिव्य भोजन और युद्ध कौशल शामिल थे.

युधिष्ठिर और द्रौपदी ने सूर्यदेव की तपस्या करके अक्षय पात्र प्राप्त किया था जिसमें भोजन पकाने पर भोजन कभी भी कम नहीं पड़ता था. 

अक्षय पात्र में पकाए भोजन खाने की वजह से पांडव निरंतर बलशाली होते गए और उनकी बुद्धि भी तीव्र होती गई. 

वनवास में सहदेव के ऋतुओं का अनुमान लगाने और ज्योतिष शक्ति की विद्या ने पांडवों का जीवन बहुत ज्यादा आसान कर दिया था.  

अर्जुन और भीम के युद्ध कौशल और किसी भी पहर किसी भी दिशा में बाण चलाने में निपुणता की वजह से पांडव सुरक्षित रहे.

युधिष्ठिर की धर्मनिष्ठा और सत्य को परखने की क्षमता की वजह से पांडवों को वनवास में कभी धोखा नहीं मिला.

पांडवों की इन विशेष शक्तियों ने वनवास में भी उन्हें बलशाली बनाए रखा और बल और युद्ध कौशल में कमी नहीं आई.