Jun 30, 2024, 11:59 AM IST

7 टापुओं को जोड़कर कैसे बना ये शहर

Aditya Prakash

एक ऐसा शहर जिसे मायानगरी कहा जाता है, लोग इसे सपनों का शहर भी कहते हैं.

ये वो शहर है, जो कभी नहीं सोता है, और हमेशा आगे की तरफ देखता है.

अब तक आप समझ ही गए होंगे कि हम मुंबई की बात कर रहे हैं.

आज हम बताने जा रहे हैं कि ये मुंबई शहर कैसे बना, और समय के साथ इसका स्वरूप कैसे बदलता गया.

दरअसल एक जमाने में ये शहर सात अलग-अलग टापू हुआ करते थे.

ये 7 टापू थे- कोलाबा, छोटा कोलाबा, वरली, माजगांव, परेल, माहिम और बॉम्बे टापू 

16 वीं शताब्दी में यहां पर पुर्तगालियों की एंट्री हुई, उन्होंने इस जगह पर 100 साल तक राज किया. वे इसे 'बॉम बोहिया' कहते थे.

17वीं सदी में इंग्लैंड के सम्राट चार्ल्स द्वितीय ने पुर्तगाली राजकन्या कैथरीन डी ब्रिगेंजा से शादी की. तब पुर्तगालियों ने इसे दहेज के तौर पर उन्हें दे दिया. 

वो अंग्रेज ही थे जिन्होंने मुंबई के बिखरे हुए इन सातों द्वीपों को जोड़ा. उसे एक शहर की शक्ल दी. इस तरह से मुंबई का निर्माण हुआ.