Oct 26, 2023, 12:27 AM IST

अर्जुन ने क्यों की थी दुर्योधन की पत्नी से शादी

Kuldeep Panwar

महाभारत में दुर्योधन के बारे में सब जानते हैं, लेकिन उसने किससे शादी की थी या उसके कितने बच्चे थे, इस बारे में कोई नहीं जानता है. आज हम आपको उनके बारे में बताएंगे.

धृतराष्ट्र के पुत्र दुर्योधन की शादी भानुमति से हुई थी, जो कलिंग (कन्नौज) के राजा चित्रांगद की पुत्री थी. भानुमति को उस समय की सबसे सुंदर स्त्रियों में गिना जाता है. वे द्रौपदी जितनी ही सुंदर थीं.

कहा जाता है कि भानुमति ने अर्जुन की वीरता के किस्से सुन रखे थे और वे उन्हें ही मन में अपना भावी वर माना करती थीं, लेकिन अर्जुन भानुमति के स्वंयवर में नहीं आए थे.

दुर्योधन और भानुमति की शादी दोनों के परिवारों की मर्जी से नहीं हुई थी बल्कि दुर्योधन ने भानुमति की खूबसूरती पर मोहित होकर स्वंयवर से उनका अपहरण किया था. 

भानुमति का अपहरण करने में दुर्योधन का साथ कर्ण ने भी दिया था, जो उनकी सहेली सुप्रिया को भी साथ ले आए थे. हस्तिनापुर में दुर्योधन का विवाह भानुमति से और कर्ण का विवाह सुप्रिया से एक ही मंडप में हुआ था.

भानुमति और दुर्योधन के दो बच्चे हुए थे. ये बच्चे जुड़वां थे, जिनमें एक लड़की थी और दूसरा लड़का था. इनके नाम लक्ष्मण और लक्ष्मणा रखे गए थे.

दुर्योधन की महाभारत के युद्ध में भीम के हाथों गदा युद्ध में मृत्यु के बाद भानुमति को पांडवों ने पूरा सम्मान दिया था. इसके बावजूद वे भविष्य को लेकर शंका में थीं.

इसी शंका को दूर करने के लिए भानुमति ने अर्जुन के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा था. दरअसल भानुमति इसके जरिये अपने दोनों बच्चों की सुरक्षा की पुष्टि करना चाहती थी.

भानुमति का दूसरा विवाह करने का उद्देश्य था कि आगे फिर से पांडवों और कौरवों के बीच युद्ध जैसी कोई बात नहीं आए और पूरा कुल सुख-शांति से एकसाथ रहे.

भानुमति का उद्देश्य जानकर अर्जुन भी अपने चचेरे भाई दुर्योधन की विधवा से विवाह के लिए तैयार हो गए थे. भानुमति उनकी 8वीं पत्नी बनी थीं.

कुनबे को जोड़कर रखने के लिए अर्जुन के साथ यह अनूठा रिश्ता जोड़ने के कारण ही भानुमति के नाम पर यह कहावत शुरू हुई थी 'कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा, भानुमति ने कुनबा जोड़ा...'