Sep 23, 2023, 12:25 AM IST
बारिश के मौसम में भारतीय खेतों में सांप निकलना आम बात है. सांप को देखकर इंसान खौफजदा होकर उसे मार देता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि खेतों में सबसे ज्यादा दिखने वाला एक सांप बिल्कुल जहरीला नहीं है.
यह सांप RAT SNAKE है, जिसे आम बोलचाल की भाषा में धामन सांप कहते हैं. इस सांप को देखकर घबरा ने का सबसे बड़ा कारण है इसकी शक्ल, जो इसके बिल्कुल COBRA SNAKE जैसा होने का भ्रम देती है. बता दें कि कोबरा सबसे जहरीले सांपों में से एक है.
रैट स्नेक के नाम से ही जाहिर है कि इसका पसंदीदा शिकार चूहे होते हैं. इसलिए यह किसानों का दोस्त भी कहा जाता है. ये सांप चूहे से भी ज्यादा तेज दौड़ता है. चूहा इस सांप की खुशबू मिलते ही खेत से दूर भाग जाता है.
रैट स्नैक सांपों के सबसे बड़े परिवार कोलुब्रीडी से ताल्लुक रखता है. इसकी लंबाई 11 फुट तक हो सकती है. सामान्य तौर पर यह 8 फुट का ही होता है. यह पेड़ पर चढ़ने और पानी में तैरने का भी माहिर होता है.
RAT SNAKE का रंग स्थानीय वातावरण के हिसाब से होता है. दक्षिण भारत में जैतूनी-भूरा, पीला, भूरा, हरा और मध्य-उत्तरी भारत में भूरा, काला या भूरे रंग का रैट स्नैक मिलता है. शरीर पर हल्के काले निशान और पूंछ पर काले रंग की जालीनुमा आकृति दिखाई देती है.
धामन सांप यानी रैट स्नैक को दूर से देखकर कोबरा नाग होने का भ्रम होता है, लेकिन इसकी दुबली गर्दन और पीठ-पूंछ पर बनी काली लकीरों और जालनुमा आकृति देखकर इसे पहचाना जा सकता है. सच ये है कि धामन सांप कोबरा नाग का आहार होते हैं.
रैट स्नैक में विष ग्रंथि नहीं होती है. इस कारण इस सांप के काटने से किसी की मौत नहीं होती. हालांकि इसका डंक जहरीला नहीं होता, लेकिन बेहद तीखा होता है. इसके काटने पर मधुमक्खी के काटने से भी ज्यादा दर्द होता है.
रैट स्नैक को भारतीय वन्यजीव अधिनियम 1972 के अनुसूची चार में सूचीबद्ध किया गया है. इस कारण इसे पकड़ने या मारने पर सजा हो सकती है.
रैट स्नैक को लेकर एक और खास बात है कि यह आमतौर पर दिन में दिखाई देता है, जबकि जहरीले सांप रात के समय ज्यादा घूमते हैं. यह दिन में चूहे की तलाश में घरों के आसपास भी घूमता दिखाई दे जाता है.