Oct 6, 2023, 01:26 AM IST

DM या SP में कौन होता है बॉस

Kuldeep Panwar

जिलाधिकारी यानी IAS और पुलिस अधीक्षक यानी IPS का सलेक्शन एक ही UPSC Exam के जरिये होता है. इस कारण लोग उनकी पॉवर को भी बराबर मानते हैं.

जिले में डीएम और एसपी के कामकाज में जिस तरह से अंतर होता है. उसी तरह से इन दोनों अफसरों के अधिकारों में भी अंतर होता है. ऐसे में दोनों में से कौन सा बड़ा अफसर है? इसका जवाब हम आपको बताएंगे.

जिले में डीएम प्रशासनिक सेवाओं के और एसपी पुलिस सेवाओं के सबसे बड़े अधिकारी होते हैं. दोनों के ही कार्यक्षेत्र की तरह उनके अधिकार भी अलग-अलग होते हैं.

इंडियन पुलिस सर्विस से आने वाले एसपी की जवाबदेही गृह मंत्रालय के प्रति होती है, जबकि इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस से आने वाले डीएम कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग और लोक शिकायत व पेंशन विभाग के अधीन होते हैं.

IPS अफसर पुलिस व लॉ एंड ऑर्डर से जुड़े फैसले लेते हैं, जबकि IAS अफसर रेवेन्यू कलेक्शन, लोक प्रशासन, नीति निर्माण व क्रियान्वयन से जुड़े फैसले लेते हैं. 

यदि कार्यक्षेत्र के लिहाज से देखा जाए तो डीएम का एरिया ज्यादा व्यापक है. इस लिहाज से कहा जा सकता है कि डीएम के पास एसपी के मुकाबले ज्यादा पॉवर होती हैं. 

मजिस्ट्रेटी पोस्ट होने के नाते डीएम लॉ एंड ऑर्डर से जुड़े फैसले भी कर सकते हैं. इस नाते लिए गए उनके फैसलों को मानना पुलिस अधीक्षक की भी ड्यूटी होती है.

पहले पुलिस अधीक्षक को जिले के अंदर पुलिस की तैनाती, ट्रांसफर-पोस्टिंग के अपने आदेश भी डीएम से अप्रूव कराने होते थे. साथ ही डीएम को एसपी की ACR लिखने का भी हक होता था. अब इन अधिकारों में बदलाव हुआ है.

सैलरी के लिहाज से भी देखा जाए तो डीएम और एसपी के बीच में अंतर होता है. एसपी की बेसिक सैलरी 78,800 रुपये होती है, जबकि डीएम की बेसिक सैलरी 80,000 रुपये होती है.