Mar 23, 2024, 10:24 AM IST

औरंगजेब ने कैसे निकाली थी अंग्रेजों की हेकड़ी?

Abhishek Shukla

मुगल शासक औरंगजेब बेहद कठोर प्रशासक था.

औरंगजेब दुश्मनों को सबक सिखाने में उस्ताद था.

औरंगजेब आलमगीर के पास इतने पैसे थे कि दुनिया की कुल जीडीपी का एक चौथाई हिस्सा भारत का था.

औरंगजेब की फौज से टकराने की गुस्ताखी कोई नहीं करता था. उसकी फौज में 9 लाख सैनिक थे. 

औरंगजेब की फौज से टकराने की गुस्ताखी कोई नहीं करता था. उसकी फौज में 9 लाख सैनिक थे. 

औरंगजेब को इसकी भनक लगी. मुगल सेना ने अंग्रेजों को बुरी तरह पीटा और बंदी बना लिया. 

मजबूरन जॉर्ज वेल्डन और अबराम नॉआर नाम के दो अंग्रेज प्रतिनिधियों को सितंबर 1690 में औरंगजेब से मिलना पड़ा.

औरंगजेब के अंग्रेजों को लोटकर पहुंचना पड़ा था. इस गुस्ताखी की एक और सजा अंग्रेजों को मिली.

औरंगजेब ने उनसे डेढ़ लाख वसूले और ईस्ट इंडिया चीफ जोज़ाया चाइल्ड को भारत से बाहर भगा दिया था.