Dec 28, 2023, 02:56 PM IST

श्रीराम को मिले श्राप के कारण लगा था श्रीकृष्ण को तीर

Kuldeep Panwar

भगवान श्रीकृष्ण के परलोक गमन यानी मानव रूप में उनकी मौत के बारे में हम सभी जानते हैं कि यह उनके पैर में एक भील का तीर लगने से हुई थी.

मौसुल युद्ध में यादव वंश के योद्धाओं के आपस में ही लड़कर मर जाने से आहत श्रीकृष्ण द्वारिका नगरी के बाहर जंगल में पीपल के पेड़ के नीचे विश्राम कर रहे थे. 

उसी जंगल में जरा नाम का एक भील भी शिकार के लिए घूम रहा था. मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण के पैर का लाल तलुआ भील को किसी कारणवश हिरण के मुख जैसा दिखाई दिया.

भील ने हिरण समझकर उसके शिकार के लिए तीर चला दिया, जो श्रीकृष्ण के अंगूठे में लगा. इस मामूली से घाव को श्रीकृष्ण ने अपने परलोक गमन का बहाना बना लिया.

यदि आपको यह कहा जाए कि महाभारत काल में श्रीकृष्ण के निधन की यह घटना रामायण में श्रीराम को मिले एक श्राप से जुड़ी हुई थी तो आप क्या कहेंगे? चलिए आपको इस बारे में बताते हैं.

दरअसल श्रीराम ने वानरों का राजपाट अपने मित्र सुग्रीव को दिलाने के लिए उसके भाई बाली का वध किया था. यह काम उन्होंने पेड़ के पीछे छिपकर तीर चलाकर किया था.

बाली का इस तरीके से वध होने से क्रोधित उसकी पत्नी तारा ने श्रीराम को श्राप दिया था कि जैसे तुमने मेरे पति को छिपकर मारा है, ठीक उसी प्रकार अगले जन्म में तुम्हारी मृत्यु होगी.

त्रेता युग में श्रीराम के रूप में अवतार लेने वाले भगवान विष्णु द्वापर युग में श्रीकृष्ण बनकर पृथ्वी पर अवतरित हुए थे तो तारा का श्राप उनके ऊपर लागू हो गया था, जिसके चलते उनकी मौत भील के तीर से हुई थी.

भील द्वारा तीर चलाने के लिए क्षमा मांगने पर मरने से पहले श्रीकृष्ण ने उसे दुखी नहीं होने के लिए कहा और बताया कि यह उनकी ही लीला है. साथ ही भील को स्वर्ग में जाने का आशीर्वाद भी दिया था.

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