Jan 17, 2025, 06:07 PM IST

क्या ISI के जासूस थे IITian बाबा? जानें क्या है सच

Kuldeep Panwar

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 चल रही है, जिसमें सभी साधु-संत पहुंचे हुए हैं. इनमें सबसे ज्यादा चर्चा IITian बाबा अभय सिंह को मिल रही है.

IITian बाबा अभय सिंह IIT Mumbai से पासआउट एयरोस्पेस इंजीनियर हैं, जिन्होंने लाखों रुपये महीने की नौकरी छोड़कर संन्यास लिया है.

बाबा अभय सिंह के इस त्याग से लोग बेहद प्रभावित हैं. खासतौर पर सोशल मीडिया पर युवा उनके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाह रहे हैं.

लेकिन अब सोशल मीडिया पर बाबा अभय सिंह को लेकर ऐसा दावा किया गया है, जिससे उनकी इमेज धूमिल होकर देशद्रोही की बन सकती है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट्स में दावा किया गया है कि बाबा अभय सिंह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करते थे.

दावा किया जा रहा है कि बाबा अभय सिंह का असली नाम निशांत अग्रवाल है और वो IIT मुंबई के नहीं बल्कि IIT रोपर के छात्र रहे हैं.

IIT रोपर से पासआउट होकर वे दुनिया को चौंकाने वाली भारतीय मिसाइल ब्रह्मोस के इंजीनियर बने और उसके राज ISI को बेचने में पकड़े गए थे.

दावा है कि ISI को राज बेचने के आरोप में IITian बाबा को उम्रकैद की सजा मिली थी, जलेकिन जेल से फरार होकर वे बचने के लिए साधु बन गए.

क्या IITian बाबा को लेकर किए जा रहे ये दावे सच हैं? चलिए हम आपको सोशल मीडिया के दावे का फैक्ट चेक करने पर सामने आया सच बताते हैं.

फैक्ट चेक में IITian बाबा अभय सिंह और निशांत अग्रवाल का मामला अलग-अलग निकला है. महाकुंभ में वायरल हुए बाबा IIT मुंबई से ही पढ़े हैं.

IIT रोपर से पास होने वाले निशांत अग्रवाल अलग आदमी है, जिन पर सच में ब्रह्मोस मिसाइल के राज ISI को बेचने के आरोप में केस चला है.

IITian बाबा हरियाणा के झज्जर जिले के मूल निवासी हैं. उन्होंने IIT मुंबई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कर नौकरी की और फिर वह साधु बन गए.

इस तरह फैक्ट चेक में यह दावा पूरी तरह झूठा निकला है कि IITian बाबा और ब्रह्मोस की जासूसी करने वाले निशांत अग्रवाल एक ही व्यक्ति हैं.