Jul 3, 2025, 11:56 PM IST

महाभारत का ये शहर आज कहलाता है 'चाट कैपिटल'

Kuldeep Panwar

उत्तर प्रदेश के लिए 'कोस-कोस पर पानी बदले, तीन कोस पर वाणी' वाली कहावत बिल्कुल फिट है, जो यहां की विविधता को दिखाती है.

उत्तर प्रदेश के हर शहर का कोई न कोई खानपान मशहूर है. हम जिस शहर की बात कर रहे हैं, वहां की चाट का जादू सबके सिर चढ़ा हुआ है.

हम बात कर रहे हैं मेरठ शहर की, जिसका इतिहास महाभारत के दौर से ही नहीं बल्कि रामायण के समय के साथ भी जुड़ा हुआ है.

कहते हैं मेरठ को मय दानव ने बसाया था, जो रावण के ससुर और मंदोदरी के पिता थे. इस कारण इसे रावण की ससुराल भी कहते हैं.

मय के नाम पर मयराष्ट्र कहलाए मेरठ से ही महाभारत का केंद्र रहा हस्तिनापुर और उसके बाद पांडवों की राजधानी बना परीक्षितगढ़ सटा है.

मेरठ इतिहास के नजरिये ही खास नहीं है बल्कि यहां की चाट भी बेहद फेमस है. इसके चलते यह शहर 'यूपी का चाट कैपिटल' भी कहलाता है.

इस चाट कैपिटल में पारंपरिक चाट खिलाने के साथ ही उसके साथ कई तरह के एक्सपेरिमेंट भी किए गए हैं, जिनका स्वाद बेहद अनूठा है.

मेरठ को खेल के सामानों के निर्माण के कारण स्पोर्ट्स सिटी ऑफ इंडिया भी कहा जाता है. यहां की कैंची की धार की भी दूर-दूर तक धाक है.

मेरठ अपने गजक, रेवड़ी और नानखटाई जैसी पारंपरिक मिठाइयों के लिए भी मशहूर है, जिनका एक्सपोर्ट विदेशों तक किया जाता है.