Oct 26, 2024, 11:06 PM IST
यहां है औरतों का राज, मर्दों को नहीं मिलती एंट्री
Kuldeep Panwar
किसी भी सभ्यता को पूरा करने के लिए पुरुष और महिलाओं, दोनों की जरुरत होती है. लेकिन एक गांव ऐसा है, जहां केवल महिलाएं रहती हैं.
इस गांव में चप्पे-चप्पे पर केवल महिलाएं ही दिखती हैं, लेकिन यह कोई महिला ही देख सकती है, क्योंकि इस गांव में पुरुषों की एंट्री बैन है.
हम बात कर रहे हैं केन्या के उमोजा गांव की, जहां केवल महिलाएं-बच्चे ही रहते हैं. पुरुष बच्चे यहां 18 साल की उम्र तक ही रह सकते हैं.
उमोजा किस्वाहिली भाषा का शब्द है, जिसका मतलब है एकता. इस गांव को महिलाएं पुरुष हिंसा के खिलाफ अपनी एकता का प्रतीक मानती हैं.
उमोजा गांव की स्थापना 1990 में 15 ऐसी महिलाओं ने की थी, जो ब्रिटिश सैनिकों द्वारा रेप का शिकार होने के बाद अस्पताल में एकसाथ थीं.
गांव की स्थापना का विचार रेबेका लोलोसोली ने रखा था, जो रिफ्ट घाटी के पार सांबुरु गांव की निवासी थीं. उन्हें गांव की कुलमाता कहते हैं.
इसके बाद से यहां वे महिलाएं और लड़कियां आती हैं, जो पुरुषों के शोषण या भेदभाव का शिकार होती हैं. वे यहां व्यापार करना सीखती हैं.
उमोजा में अभी 47 महिलाएं और 200 बच्चे रहते हैं. ये महिलाएं गांव से एक किमी दूर नदी किनारे जंगल सफारी की कैंपसाइट चलाती हैं.
जंगल सफारी के लिए आने वाले टूरिस्ट्स के लिए उमोजा भी एक आकर्षण होता है. ऐसे टूरिस्ट्स से एंट्री चार्ज लेकर उन्हें गांव घुमाया जाता है.
उमोजा गांव की महिलाएं आसपास के सांबुरु गांवों की लड़कियों को कई मुद्दों पर जागरुक भी करती हैं और कई तरह की शिक्षा भी देती हैं.
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