Nov 10, 2023, 03:39 PM IST
भीष्म पितामह का जन्म शांतनु और गंगा के मिलन से हुआ था.
बताया जाता है कि शांतनु और गंगा दोनों ही पिछले जन्म में स्वर्गलोक में थे और एक दूसरे को जानते थे.
इंद्र की आज्ञा की वजह से ही उन्हें पृथ्वी पर जन्म लेना पड़ा था. फिर पृथ्वी पर गंगा के घाट पर मिलने पर उन्होंने शादी का फैसला किया.
जब भीष्म का जन्म हुआ तो उनकी माता गंगा उन्हें अपने साथ लेकर स्वर्गलोक लौट गईं. गंगा ने अपने इस पुत्र का नाम देवव्रत रखा था.
गंगा के जाने के बाद राजा शांतनु ने दूसरा विवाह नहीं किया बल्कि गंगा और अपने पुत्र के लौटने की प्रतीक्षा करते रहे.