नेपाल में जब राजशाही थी, तब ये एक हिंदू राष्ट्र हुआ करता था.
लेकिन साल 2006 में वहां से राजशाही खत्म हो गई.
नेपाल के भीतर साल 2007 में एक अंतरिम संविधान को लागू कराया गया, इसके तहत देश को एक सेक्युलर राष्ट्र के तौर पर मान्यता दी गई.
साथ ही साल 2008 में नेपाल की संविधान सभा की ओर से ऐलान किया गया कि देश एक सेक्युलर, संघीय, प्रजातांत्रिक रिपब्लिक है.
साल 2015 में देश में फिर से एक नया संविधान लागू कराया गया. इस संविधान में भी नेपाल ने एक सेक्युलर राष्ट्र के तौर पर परिभाषित किया गया.
नेपाल का मौजूदा संविधान देश में रहने वाले सभी धार्म के लोगों को धर्मिक स्वतंत्रता मुहैया कराता है.
वहीं नेपाल में एक बड़ा तबका देश को फिर से हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करता है. साथ ही वो फिर से राजशाही लाने की वकालत करता है. इसके लिए वो प्रदर्शनरत भी हैं.