श्रीलंका प्राचीन काल में अखंड भारत का हिस्सा हुआ करता था.
रामायण काल में भी यहां पर रावण का शासन था, फिर विभिषण वहां के शासक बनें.
वहां पर बौद्ध धर्म की शुरुआत तीसरी सदी ईसा पूर्व में अरहंत महिंदा ने की थी, जो कि भारतीय सम्राट अशोक के पुत्र थे.
श्रीलंका अखंड भारत के चोल और पांड्य साम्राज्य का भाग हुआ करता था.
साल 13वीं सदी के आसपास श्रीलंका अखंड भारत से अगल होता चला गया.
16वीं सदी में श्रीलंका के कुछ तटीय क्षेत्रों पर पुर्तगाली , डच और ब्रिटिश के नियंत्रण में आ चुका था. साल 1597 और 1658 के दरम्यान द्वीप का एक बड़ा भाग पुर्तगाली शासन के अधीन हो गया था.
श्रीलंका 1815 में ब्रिटिश शासन के तहत एकजुट हो गया. ये 4 फरवरी 1948 को अंग्रेजों से आजाद होकर एक स्वतंत्र देश बन गया.