सड़क पर चलते वक्त आप रोजाना बहुत से मैनहोल देखते होंगे. मैनहोल में घुसकर अंदर के ड्रेन या नालों की सफाई की जाती है.
यह सब तो आप जानते ही होंगे लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि मैनहोल के ढक्कन गोल ही होते हैं.
आप इसके पीछे की वजह शायद ही जानते होंगे तो चलिए हम आपको इसके पीछे का कारण बताते हैं.
ढक्कन गोल इसलिए होते हैं क्योंकि मैनहोल ही गोल बनाए जाते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि मैनहोल ही गोल क्यों बनाए जाते हैं.
मैनहोल को कई ऐसे उपकरणों से बनाया जाता रहा है, जो गोल होते हैं. इस वजह से गड्ढा भी गोल बन जाता है. इस लिहाज से मैनहोल को गोल बनाना आर्थिक तौर पर ज्यादा फायदेमंद होता है.
इसके अलावा, यह भी कहते हैं कि गोलाकार कवर हटाने के बाद, इसे एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाना बहुत आसान होता है.
गोल मैनहोल ढक्कन को वर्कर्स आसानी से लुढ़काते हुए ले जा सकते हैं. मैनहोल बहुत भारी धातु प्लेटों से ढके होते हैं जिन्हें आसानी से हटाया जा सकता है.
मैनहोल ढक्कनों का वजन आमतौर पर 90 और 136 किलोग्राम के बीच होता है और ये कंक्रीट या कास्ट आयरन से बने होते हैं.
मैनहोल की ओपनिंग के किनारे पर उसके चारों ओर एक लिप होता है, जिस पर आसानी से कवर फिट हो जाता है.