क्या मंगल ग्रह पर है मकड़ियों का जाल, जान लें सच्चाई
Kavita Mishra
वैज्ञानिकों द्वारा मंगल ग्रह पर जीवन की खोज की जा रही है. धरती से कई मायनों में समानता के चलते भी यहां जीवन की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं.
इस बीच मंगल पर बनी मकड़ियों के जाल जैसा कुछ दिखाई दिया, जिसको देखते ही वैज्ञानिकों के होश उड़ गए.
यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) ने यह तस्वीर एक्सोमार्स ट्रेस गैस ऑर्बिटर में लगे CaSSIS ने ली है.
मकड़ियों के जाल जैसी दिखने वाली तस्वीर पर लोगों ने यह पूछना शुरु कर दिया कि जिस ग्रह पर जीवन संभव नहीं है, वहां पर मकड़ियां कैसे पहुंच गईं?
ईएसए (ESA) ने इसको लेकर कहा कि उसने मंगल के दक्षिणी ध्रुवीय इलाके में बिखरे मकड़ियों के निशान ट्रेस किए हैं.
ESA ने बताया है कि ये छोटे और डार्क कलर के ऐसे फीचर्स हैं. जो तब बनते हैं, जब सर्दियों के महीनों में जमने वाले कार्बन डाईऑक्साइड पर सूर्य की रोशनी पड़ती है.
जब सूरज की किरणें मंगल ग्रह के दक्षिणी ध्रुव पर पड़ती हैं, तब वहां सर्दियों में जमा हुई कार्बन डाईऑक्साइड (CO2) इस तरह की मकड़ियों जैसा आकार ले लेती हैं.
इससे ऐसा दिखता है कि सतह पर मकड़ियों का जाल है. ये मकड़ियों के आकार में घूमती-फिरती दिखती हैं.
ESA ने कहा है कि इस इलाके के निर्माण के बारे में उसे मालूम नहीं है. अनुमान है कि यहां कभी रेतीले टीले हुआ करते थे, जो बाद में पत्थरों में बदलते गए.