Mar 19, 2024, 03:21 PM IST

KGB के लिए जासूसी करते थे Putin, इस खास मिशन पर बचे थे मरते-मरते 

Aditya Prakash

इस चुनाव में उन्हें करीब 88 फीसदी वोट हासिल हुए. अब वो 5वीं बार राष्ट्रपति बनने की तैयारियों में जुटे हैं.

व्लादिमीर पुतिन का जन्म लेनिनग्राद में हुआ था. रूस का नाम उस समय सोवियत संघ हुआ करता था.  

यूनिवर्सिटी के दिनों से ही वो जासूसी की गतिविधियों में शामिल होने लगे थे.

आगे चलकर वो रूस की खुफिया एजेंसी KGB के साथ जुड़ गए. 1985 में पुतिन की पोस्टिंग ईस्ट जर्मनी में हुई थी.

ईस्ट जर्मनी एक कम्युनिस्ट देश हुआ करता था. पुतिन मुख्य तौर पर वहां नाटो और पश्चिमी देशों की बढ़ती गतिविधियों पर नजर रख रहे थे.

ईस्ट जर्मनी के शहर ड्रेसडेन में पुतिन लगातार अपने ऑपरेशन को अंजाम दे रहे थे. फिर आया 9 नवंबर 1989 का समय जब बर्लिन की दीवार गिरा दी गई. 

उसके बाद जर्मनी में KGB के खिलाफ माहौल बन गया था. लोग लगातार केजीबी के जासूसों और कम्युनिस्टों की धड़-पकड़ कर रहे थे.

ऐसा भी समय आय जब पुतिन को लगा कि अब जान बचाना भी कठिन है, लेकिन वो वहां से किसी तरह बच निकले थे.

पुतिन 1990 में लेफ्टिनेंट कर्नल के पोस्ट से रिटायर हुए. कुल मिलाकर वो KGF में 15 सालों तक कार्यरत रहे थे.