Jul 13, 2025, 04:12 PM IST
जब ऑफिस जाने के नाम पर आपको घबराहट होने लगे. इसका मतलब है कि उस कंपनी का माहौल आपकी मेंटल हेल्थ पर असर डाल रहा है. ऐसी सिचुएशन में रहना आपको और नुकसान पहुंचा सकता है.
अगर आपको कोई ग्रोथ नहीं दिख रही. कुछ सीखने को नहीं मिल रहा. सैलरी नहीं बढ़ रही तो ये आपके करियर के लिए खतरनाक है.
अगर आप बर्नआउट फील कर रहे हैं. अगर आपकी कंपनी छुट्टी देने में आनाकानी करती है, वीकेंड्स पर आपसे काम की उम्मीद लगाती है तो वो कंपनी सही नहीं है.
अगर कंपनी का काम आपके वैल्यू सिस्टम के खिलाफ जाता है. या अगर आपको लगता है कि कंपनी की कथनी और करनी में अंतर है तो नौकरी छोड़ना सही ऑप्शन होगा.
अगर आपकी सैलरी समय पर नहीं आती. अगर कंपनी सैलरी देने में देरी करने लगे या बात-बेबात आपकी सैलरी रोक ले तो वहां से निकलने का प्लान कर लें.
नौकरी की वजह से अगर आप अपने और परिवार के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हों, यानी अगर आपका वर्क-लाइफ बैलेंस खत्म हो गया हो तो आपको नई नौकरी खोज लेनी चाहिए.
अगर आपको ये लगने लगे कि कंपनी या आपके मैनेजर आपको आपकी मेहनत और क्षमता के बराबर वैल्यू नहीं कर रहे हैं तो आपको नौकरी बदलने के बारे में सोचना चाहिए.
अगर आपके ऑफिस का माहौल टॉक्सिक है. ऑफिस पॉलिटिक्स, बुलिइंग होती है, नकारात्मक माहौल है या फिर छोटी-छोटी बातों का ईशू बनाया जाता है तो ये अच्छा संकेत नहीं है.