Jan 1, 2024, 12:45 PM IST

भारतीयों की बचत करने की आदत छूटी, इन चीज़ों पर उड़ा रहे पैसा 

Smita Mugdha

भारत को बचत का देश कहा जाता रहा है. इसी आदत के चलते भारत ने 2008 की ग्लोबल आर्थिक मंदी झेली थी. 

अब हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं जो दिखाते हैं कि भारतीयों की बचत की आदत खत्म हो गई है. 

भारतीय परिवारों की बचत लगातार घट रही है लेकिन उनके पास घरों और गाड़ियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले दो साल में भारतीय परिवारों की शुद्ध बचत का आंकड़ा लगभग 4% कम हुआ है. 

वित्त वर्ष 2022-23 में यह जीडीपी का 5.1 फीसदी रहा है. जबकि 2020-21 में यही आंकड़ा 11.5 फीसदी था. 

फिलहाल यह लंबे समय से चले आ रहे औसत आंकड़े 7 से 7.5 फीसदी से काफी नीचे जा चुका है.

भारत के लोग अब रियल एस्टेट और गाड़ियां खरीदने पर ज्यादा पैसा खर्च कर रहे हैं. इसके चलते उन पर कर्ज बढ़ा है. 

घर के अलावा कार खरीदने के लिए लोन लेने वाले भारतीयों की संख्या में बड़े पैमाने पर इजाफा हुआ है.

अच्छी बात यह है कि भारतीयों की कर्ज चुकाने की क्षमता अभी दुनिया के बड़े देशों से ज्यादा है.