भारतीय रेलवे का नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्क में से एक है जो हर दिन लाखों यात्रियों को सेवा प्रदान करता है.
जनता को बेहतर सुविधा देने के लिए सरकार ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप यानी PPP मॉडल पेश किया था. इसके तहत भारत का एक रेलवे स्टेशन ऐसा भी है जो पूरी तरह से प्राइवेट है.
भारत का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन का नाम हबीबगंज रेलवे स्टेशन है जिसको पूरी तरह से प्राइवेट कंपनी मैनेज करती है.
इस रेलवे स्टेशन का अब नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन कर दिया गया है और यह मध्य प्रदेश के भोपाल में स्थित है.
रेल मंत्रालय ने जून 2007 में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का निजीकरण कर दिया. इसके साथ ही भारत में रेलवे स्टेशनों के निजी प्रबंधन की शुरुआत हुई.
बंसल ग्रुप नाम की एक निजी कंपनी को आठ साल के लिए इस स्टेशन के संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी दी गई थी.
हबीबगंज रेलवे स्टेशन पश्चिम मध्य रेलवे ज़ोन का हिस्सा है. यहां यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं जैसे एस्केलेटर, फूड कोर्ट, लगेज स्कैनर और हाई-सिक्योरिटी सिस्टम दी जाती हैं.