Jul 1, 2025, 11:37 AM IST

भारत में अकाउंटेंसी का पिता किसे कहा जाता है?

Jaya Pandey

1 जुलाई को नेशनल अकाउंटेंसी डे मनाया जाता है. इस दिन को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की स्थापना के उपलक्ष्य में मनाया जाता है.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में अकाउंटेंसी का जनक किसे कहा जाता है और उन्हें यह सम्मान क्यों हासिल है?

भारत में कल्याण सुब्रमणि अय्यर को CA अकाउंटिंग पेशे के जनक के रूप में मान्यता मिली हुई है.

कल्याण सुब्रमणि अय्यर ने अपने नाम से एक अकाउंटेंसी फर्म की स्थापना की और साल 1897 में कालीकट से प्रोफेशनल तरीके से काम करना शुरू कर दिया.

साल 1900 में उन्होंने अपने फर्म को बॉम्बे में ट्रांसफर करवा लिया जिसका हेडक्वॉर्टर आज भी वहां मौजूद है.

के.एस अय्यर ने साल 1912 में बॉम्बे यूनिवर्सिटी में कॉमर्स ग्रेजुएट की पहली डिग्री शुरू की और साल 1913 में उन्होंने बॉम्बे में एक अहम कॉमर्शियल एजुकेशनल सेंटर  सिडेनहैम ट्रेड कॉलेज की स्थापना की और उसके मानद निदेशक बने.

के.एस अय्यर भले ही भारतीय अकाउंटिग और अकाउंटिंग प्रोफेशन में अग्रणी थे लेकिन दिल से वह खुद को शिक्षक ही मानते थे.

लंदन परीक्षा के लिए भारत में स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग देने के लिए यूके में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की सोसायटी से इजाजत मिलने में उनकी अहम भूमिका थी. अकाउंटेंसी में उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता.