Oct 31, 2023, 02:52 PM IST

ये 4 आदतें बढ़ाती हैं फैटी लिवर का खतरा

Ritu Singh

फैटी लिवर की शुरुआत में अगर ध्यान न दिया जाए तो ये लिवर सिरोसिस तक पहुंच सकता है. हमारी 4 आदतें जिम्मेदार होती हैं.

अत्यधिक शराब का सेवन धीरे-धीरे लीवर की विषाक्त पदार्थों को निकालने की क्षमता को नष्ट कर देता है. इसके परिणामस्वरूप लीवर में सूजन, सिरोसिस और फैटी लीवर होता है. ज्यादा शराब पीने से लिवर में फैट जमा होने की इस समस्या को 'अल्कोहल रिलेटेड फैटी लिवर डिजीज' कहा जाता है. 

व्यायाम की कमी से भी फैटी लीवर का खतरा बढ़ जाता है. अधिक वजन या मोटापा फैटी लीवर के लिए जिम्मेदार हो सकता है. लिवर की यह बीमारी खासकर तब हो सकती है जब पेट के आसपास अतिरिक्त चर्बी हो. इसलिए लिवर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना व्यायाम और योग करना जरूरी है. नियमित रूप से व्यायाम करने से शरीर का वजन नियंत्रित रहता है और कई बीमारियों से भी बचाव होता है. 

इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2 डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति ठीक से प्रतिक्रिया नहीं करती हैं, जो फैटी लीवर के कारणों में से एक है. जब कोशिकाएं इंसुलिन प्रतिरोधी हो जाती हैं, तो अग्न्याशय अधिक इंसुलिन का उत्पादन करता है. यह अतिरिक्त इंसुलिन लीवर में वसा के जमाव को बढ़ा सकता है. 

अस्वास्थ्यकर खान-पान की आदतें अस्वास्थ्यकर वसा और अत्यधिक कैलोरी से भरपूर आहार फैटी लीवर के कारणों में से एक है. बहुत अधिक मीठा पेय, जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, फास्ट फूड, स्ट्रीट फूड खाने से लिवर में फैट जमा हो सकता है. 

इसके अलावा अधिक चीनी खाने की आदत हमारे लीवर को गंभीर नुकसान पहुंचाती है. चाहे फ्रुक्टोज हो या कृत्रिम चीनी, दोनों ही लीवर की बीमारी का कारण बनते हैं. लीवर को स्वस्थ रखने के लिए ताजे फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज से भरपूर आहार खाना आवश्यक है.