Aug 10, 2023, 01:43 PM IST

आंखों की ये 5 बीमारी जीवन भर के लिए बना सकती हैं अंधा

Nitin Sharma

आंखें शरीर के सबसे नाजुक अंगों में से एक हैं. बिना आंखों के सब अंधेरा है. यही वजह है कि आंखों की किसी भी बीमारी या परेशानी में हर कोई लापरवाही न करने सलाह देता है. 

इसी तरह आंखों की 5 बीमारियां ऐसी हैं, जिनकी शुरुआत होते ही इलाज कराना चाहिए. इनके अधिक बढ़ने पर  जीवन भर के लिए अंधा बना सकती हैं.

डायबिटिक रेटिनोपैथी रेटिनल कंडीशन है. यह ब्लड शुगर के हाई होने पर हावी होती है. यह डायबिटीज के हाई होते ही आंखों को प्रभावित करती है. इसे रेटिना को नुकसान पहुंचने लगता है. डायबिटीज मरीजों में रेटिन में डिटेचमेंट एडिमा से लेकर ब्लीडिंग जैसी समस्या हो जाती है. इसे अंधेपन की समस्या पैदा हो जाती है. 

मोतियाबिंद आंखों की खतरनाक बीमारियों में से एक है. यह आंखों में धीरे धीरे पनपती है. इसकी वजह से आंखों में धुंधला पन और धूमिल जाती है. इस बीमारी में आंखों के लेंस में धुंधला पन आ जाता है. यह बीमारी ज्यादातर बुढ़ापे में दिखाई देती हैं. मोतियाबिंद के पकने पर यह अंधा तक कर सकती है.

मैक्यूलर डिजनरेशन आंखों की घातक बीमारियों में से एक है. यह ज्यादातर अधिक उम्र के लोगों में होती है. यह केंद्रीय दृष्टि की वजह बनती है. इसमें आंखों की दृष्टि धुंधली हो जाती है. इसकी वजह से रेटिना कमजोर पड़ जाती है. इसे देखने की क्षमता कम होने लगती है. धीरे धीरे यह आंखों की रोशनी को खत्म कर देती है.

ग्लूकोमा आंखों में होने वाली एक गंभीर बीमारियों में से एक है. इसकी वजह से आंख से ब्रेन में जाने वाले मैसेज को नुकसान पहुंचता है. यह रेटिनल न्यूरॉन्स को भी प्रभावित करती है. इसके ज्यादा बढ़ने पर अंधे तक हो सकते हैं. ग्लूकोमा के एक बार होने पर इसका ठीक होना बहुत ही मुश्किल होता है. हालांकि इस बीमारी का समय रहते पता लने पर इलाज किया जा सकता है.

रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा आंखों की आनुवांशिक और घातक बीमारियों में से एक है.  यह बीमारी आंखों के स्वास्थ्य को बिगाड़ देती है. आंखों को कमजोर कर देती है. इस बीमारी से पीड़ित लोगों की नजर कम होती है. यह जेनेटिक रूप से फैलती है. एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में आने का खतरा बहुत अधिक होता है. हालांकि इस बीमारी को डॉक्टरी परामर्श और दवाईयों से कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन इसे पूरी तरह से क्योर नहीं किया जा सकता.