आज के समय में हाई यूरिक एसिड की समस्या से बुजुर्ग और युवा सभी ग्रस्त है. इसकी मुख्य वजह लोगों के खानपान से लेकर लाइफस्टाइल के प्रति लापरवाह होना है.
यूरिक एसिड के लगातार हाई रहने की वजह से सिर्फ घुटने और कोहनी ही नहीं, हाथ पैरों की उंगलियां भी जाम हो जाती है. इनके मूव करने पर दर्द होता है. वहीं गाउट, गठिया, किडनी में स्टोन की बीमारी हो जाती है.
हाई यूरिक एसिड के मरीजों को भूलकर भी किशमिश का सेवन नहीं करना चाहिए. इसकी वजह से प्यूरीन से बढ़ता है. प्यूरीन की मात्रा बढ़ते ही यूरिक एसिड ट्रिगर हो जाता है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए भूलकर भी किशमिश न खाएं. साथ नट्स खाने से भी बचना चाहिए. इसे जोड़ों में दर्द, सूजन और किडनी में स्टोन पैदा हो सकते हैं.
हाई यूरिक एसिड की वजह से जोड़ों में दर्द या सूजन है तो इमली का रस पी लें. इसे यूरिक एसिड कंट्रोल होने के साथ दर्द और सूजन में भी आराम मिल जाएगा.
वैसे तो सेब सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन हाई यूरिक एसिड के मरीजों को ज्यादा सेब नहीं खाना चाहिए. इसकी वजह सेब से मिलने वाला फ्रक्टोज यूरिक एसिड को ट्रिगर कर देता है. इसकी वजह से अर्थराइटिस की समस्या बढ़ जाती है.
खजूर सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. इसमें प्यूरीन की मात्रा भी बेहद कम होती है, लेकिन फ्रक्टोज की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. यह यूरिक एसिड को ट्रिगर कर देती है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए हाई यूरिक एसिड के मरीज खजूर का सेवन न करें.
चीकू में भी फ्रक्टोज बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है. हाई यूरिक एसिड के मरीजों की समस्या को बढ़ा सकता है. यह जोड़ों में दर्द सूजन से लेकर पथरी पैदा कर सकता है.