Dec 9, 2023, 11:12 AM IST

ये 6 फलियां वेट से लेकर डायबिटीज तक करेंगी कम

Ritu Singh

अगर आपका वेट ज्यादा है या ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल नहीं हो रहा तो 6 फलियों को डाइट में शामिल करना शुरू कर दें.

हर दिन एक कप उबली ब्लैक बीन्स खाना शुरू कर दें. कुछ दिनों में शुगर से लेकर वजन तक कम होना शुरू हो जाएगा. एक कप ब्लैक बीन्स में 5 ग्राम घुलनशील फाइबर होता है, जो शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल और गंदे वसा के अवशोषण को रोकने में भी सहायक होता है. प्रोटीन और हाई रफेज से भरे ये बीन्स आपके लिए बेस्ट डाइट होंगे.

प्रोटीन और फाइबर से भरपूर चना दाल दिल से लेकर डायबिटीज और मोटापे के लिए बेस्ट है. इसमें पोटेशियम की उच्च मात्रा और सोडियम की कम मात्रा होती है, जो आपके रक्तचाप को नियंत्रित करने में फायदेमंद है. यह लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए भी अच्छा है. चना दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 8 होता है.

हरा मूंग स्वास्थ्यप्रद दालों में से एक है, जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 38 है. प्रोटीन, मैग्नीशियम और फाइबर से भरपूर हरा चना हृदय रोगियों और गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद अच्छा होता है. इसमें उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो पुरानी बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं.

राजमा का जीआई स्तर सिर्फ 19 है, जो इसे मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए सबसे पसंदीदा फलियों में से एक बनाता है. राजमा रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने, कोलन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और कोलन कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है. 

राजमा  मोलिब्डेनम, फोलेट, लोहा, तांबा, मैंगनीज और पोटेशियम जैसे विटामिन और खनिजों का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं.

अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार काबुली चना मधुमेह रोगियों के लिए आहार फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत है. एक कप 164 ग्राम चना 12.5 ग्राम फाइबर प्रदान करता है. यह विटामिन, खनिज, फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है और कई बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है. चने का जीआई 28 होता है.