सर्दी के मौसम में तिल का सेवन किसी औषधि से कम नहीं है. इनका इस्तेमाल खाने के आइटम से लेकर पूजा अर्चना में किया जाता है.
काले तिल का इस्तेमाल पूजा अर्चना में किया जाता है. यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं. इनमें दर्जनों पोषक तत्व पाएं जाते हैं, जिनका सेवन करने मात्र से बीमारियों का खतरा टल जाता है.
काले तिल में कैल्शियम से लेकर पॉलीसैचुरेटेड फैटी एसिड, ओमेगा-6, फाइबर, आयरन और मैग्नीशियम, भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं.
सर्दियों में ज्यादा खाने की वजह से पाचन तंत्र डैमेज होने लगता है. कब्ज से लेकर एसिडिटी और गैस जैसी तमाम समस्याएं आती हैं. ऐसे में काले तिलों का सेवन आपकी इन पेट संबंधित समस्याओं को दूर कर सकता है.
सर्दियों के मौसम में काले तिल का सेवन हड्डियों को स्ट्रोग करता है. काले तिल में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है. सर्दियों में इसका सेवन जोड़ों और हड्डियों के दर्द को बाहर कर देती हैं. गठिया और गाउट की समस्या से छुटकारा मिलता है. यह बेहद फायदेमंद होता है.
सर्दियों के मौसम में काले तिल का सेवन करने इम्यूनिटी स्ट्रोग होती है. बॉडी की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. काले तिल में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं. इससे मौसमी बीमारियों से लेकर संक्रमण का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है.
काले तिलों में मैग्नीशियम से लेकर विटामिन बी6 भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह दिमाग की सेहत के लिए फायदेंमंद होता है, जो मेंटल स्ट्रेस को दूर करने के साथ ही दिगाम को तेज करता है.
काले तिल में पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स और एंटीऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं. यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही गुड कोलेस्ट्रॉल को बूस्ट करते हैं. इनका सेवन करने से हार्ट डिजीज का खतरा कम हो जाता है.