Oct 25, 2023, 11:12 AM IST

हाई ब्लड शुगर से कई गुणा बढ़ जाता है इन 5 बीमारियों का खतरा

Nitin Sharma

डायबिटीज उन ख​तरनाक बीमारियों में से एक है, जो व्यक्ति के शरीर में घर करने के बाद मरते दम तक खत्म नहीं होती. इस बीमारी को सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है.

डायबिटीज मरीजों को सही खानपान, परहेज, वर्कआउट और दवाईयों के सेवन से ही ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखा जा सकता है. 

ब्लड शुगर का हाई लेवल अंदर ही अंदर शरीर में कई गंभीर बीमारियों को जन्म देने लगता है

ब्लड में ग्लूकोज का हाई लेवल हार्ट फंक्शन कंट्रोल करने वाली वेसल्स और नर्वस को नुकसान पहुंचाता है. लगातार ब्लड शुगर हाई होने की वजह से नर्वस बुरी तरह प्रभावित होती हैं. इसकी वजह से ही हार्ट डिजीज का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है. हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी रहता है.

डायबिटीज मरीजों में अगर ब्लड शुगर हाई रहता है तो यह आपकी किडनी के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. यह किडनी में बने छोटे छोटे फिल्टर, जिन्हें नेफ्रॉन कहते हैं. उन्हें प्रभावित करता है. यह ब्लड वेसल्स का नुकसान पहुंचाता है. इसकी वजह से किडनी फेलियर हो सकता है.

डायबिटीज रेटिनोपैथी आंख से जुड़ी एक समस्या है. यह बीमारी डायबिटीज मरीजों में हाई ब्लड शुगर की वजह से पैदा होती है. इसकी वजह से वर्किंग एज एडल्ट में भी ब्लाइंडनेस होने लगती है. यह रेटिना के ब्लड वेसल्स को डैमेज कर देते है. इसी के चलते डैमेज ब्लड वेसल्स में सूजन आ जाती है और यह लीक होना शुरू हो जाती हैं. ऐसे में ब्लड फ्लो  धीमा पड़ जाता है. वहीं आंखों की रोशनी प्रभावित होने लगती है.

डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर का हाई लेवल आपके मूड फ्रिक्वेंट में भी घड़ी-घड़ी बदलाव कर सकता है. इसकी वजह से ही थकान, बेचैनी और सोचने समझने की क्षमता कम हो सकती है. इसके अलावा यह डिप्रेशन का शिकार भी बना सकती है. यही वजह है कि किसी भी सामान्य व्यक्ति की तुलना में डायबिटीज मरीजों में डिप्रेशन और एंग्जायटी का खतरा ज्यादा होता है.

डायबिटीज मरीजों में ओरल हेल्थ का खतरा भी काफी ज्यादा होता है. इसकी वजह से दांत संबंधी समस्या हो सकती हैं, जो सामान्य लोगों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज मरीजों में डेंटल संबंधी समस्याओं को पैदा कर सकती है. यह तीन गुना ज्यादा हो सकती है. इसके साथ ही मसूड़ों को प्रभावित कर सकती हैं.