आजकल स्मार्टफोन इतना जरूरी हो गया है कि अगर पल भर के लिए भी हाथ में फोन न हो तो इंसान घबराने लगता है.
चलत-फिरते या मॉर्निंग या ईवनिंग वॉक के दौरान भी बहुत से लोगों को मोबाइल चलाने या मोबाइल पर बात करने की आदत होती है.
मोबाइल फोन रेडियोफ्रीक्वेंसी तरंगों के रूप में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन का उत्सर्जन करते हैं.
इन तरंगों के कॉन्टैक्ट में ज्यादा देर तक बने रहने से कैंसर सहित कई बीमारियां हो सकती हैं.
सिर्फ इतना ही नहीं, कई बार मोबाइल फोन में खोने की वजह से लोग सड़क या ट्रेन आदि दुर्घटनाओं के शिकार भी होते हैं.
लंबे समय तक मोबाइल के इस्तेमाल से आंखों पर बुरा प्रभाव भी पड़ता है.
मॉर्निंग या ईवनिंग वॉक करते समय लगातार फोन के इस्तेमाल से बॉडी पोस्चर खराब हो सकता है.
चलते या टहलते समय मोबाइल पर बात करने से गर्दन अकड़ जाती है और दर्द होने लगता है.
वॉक करते समय पूरी बॉडी की एक्सरसाइज होती है. ऐसे में जब मोबाइल को एक हाथ में पकड़कर टहलते हैं तो हमारे मसल्स में असंतुलन पैदा हो जाता है, जिससे मांसपेशियों में दर्द हो सकता है.
Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.