Jun 3, 2023, 01:27 PM IST

रातभर भीगे इस फूल का पानी है ब्लड शुगर की दवा, बासी मुंह पीना कर दें शुरू

Ritu Singh

पनीर का फूल जिसे पनीर डोडा और और इंडियन रेनेट भी कहा जाता है.ये डाइबिटीज से लड़ने में बेहद मददगार साबित होते हैं.ये खाने में मीठा होता है और इसमें शामक और मूत्रवर्धक गुण होते हैं. साथ ही ये अनिंद्रा, घबराहट, अस्थमा  से लड़ने में सहायक होता है.

ये फूल इंसुलिन के बेहतर उपयोग के लिए पेनक्रियाज(अग्न्याशय) के बीटा सेल को हील करने का काम करता है. अगर कम मात्रा में ही सही पर इसे रोज लिया जाए तो ये ब्लड शुगर का लेवल बखूबी संतुलित रख सकता है.

राष्ट्रीय जैव प्रौद्योगिकी सूचना केंद्र (NCBI) के अनुसार यह फूल इंसुलिन के बेहतर उपयोग के लिए अग्न्याशय की बीटा कोशिकाओं को ठीक करता है. अगर रोजाना कम मात्रा में भी लिया जाए, तो यह उच्च रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकता है.

पनीर के फूल न केवल हमारी कोशिकाओं के अंदर इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने की क्षमता है; बल्कि अग्न्याशय की बीटा कोशिकाओं की मरम्मत भी करता है जो इंसुलिन के उत्पादक हैं.

मधुमेह रोगियों में लैंगरहैंस के आइलेट्स में मौजूद बीटा कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं; इसलिए टाइप-2 मधुमेह रोगियों का शरीर इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होता है, इसलिए बाहरी स्रोत की आवश्यकता होती है. यहीं पर पनीर के फूल या पनीर डोडा की भूमिका आती है.

पनीर के फूल के 7-10 टुकड़े रात भर पानी में भिगोकर रख लें और उस स्टॉक को खाली पेट पी लें. इस अर्क को पीने और सही संतुलित आहार खाने से हम निश्चित रूप से इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं.