Feb 13, 2025, 11:31 PM IST

हार्ट अटैक में क्या होता है 'Golden Hour' का मतलब?

Abhay Sharma

इन दिनों लोगों में हार्ट अटैक की समस्या तेजी से बढ़ रही है. उम्रदराज के अलावा कम उम्र के युवा भी इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. 

हार्ट अटैक आने की स्थिति में एक-एक सेकंड काफी कीमती माना जाता है, इस स्थिति में गोल्डन आवर का बहुत ज्याद महत्व होता है.  

जब किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है तो उसके बाद का 1 घंटा यानी 60 मिनट के समय को गोल्डन आवर कहा जाता है, जिसमें मरीज का इलाज होना जरूरी है. 

क्योंकि इस समय के बीच में यानी गोल्डन आवर में अगर सही और सटीक इलाज मिल जाए तो मरीज के बचने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है. 

इसलिए दिल क दौरा पड़ने की स्थिति में यह 60 मिनट बहुत ही जरूरी होते हैं, इसलिए ऐसी स्थिति में मरीज को तुरंत अस्पताल पहुंचाना चाहिए.  

हार्ट अटैक आने की स्थिति में जहां भी हों वहीं बैठ जाएं या लेट जाएं. इसके अलावा खुद को शांत रखने के प्रयास करें और जितना हो सके आराम करें. 

ऐसी स्थिति में बिल्कुल भी घबराएं नहीं, अस्पताल और एम्बुलेंस जैसे जरूरी नंबर नोट कर लें या ध्यान में रखें, ताकि आप इस स्थिति मदद ले सकें. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर्स से संपर्क करें.)