हार्ट अटैक आने के बाद अगर मरीज को 5 मिनट के अंदर कुछ थेरेपी मिल जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है.
कुछ फर्स्ट ऐड कोई भी सामान्य इंसान हार्ट अटैक के मरीज को देकर बचा सकता है, चलिए जानें कैसे.
दिल का दौरा पड़ने पर तुरंत एस्प्रिन या सोर्बिट्रेट 5 में से कोई एक दवा मरीज को दें. अगर मरीज चबा सकता है तो एस्प्रिन दें और न चबाने की स्थिति में हो तो उसकी जीभ के नीचे सोर्बिट्रेट 5 रख दें.
अगर मरीज बेहोशी के हालात में है तो तुरंत उसे जमीन पर लिटा दें, बैठाए न रखें. और उसके टाइट कपड़े ढीले कर दें.
इसके बाद तुरंंत बेहोश मरीज को सीपीआर देना शुरू करें. व्यक्ति की छाती के केंद्र पर काफी तीव्र लय में जोर से और तेजी से धक्का दें - प्रति मिनट लगभग 100 से 120 दबाव के हिसाब से सीपीआर देना होगा.
अगर आपके पास दवा नहीं तो तुरंत करीब दो से तीन चम्मच लाल मिर्च पानी में घोल कर मरीज को पिला दें. इससे ब्लड सर्कुलेशन तेज हो जाएग.
मरीज को दिल का दौरा पड़ते ही इन उपायो के साथ 2 काम और कराएं. पहला इमरजेंसी में कॉल के साथ एंबुलेंस को बुलवा लें.
और दूसरा अगर आस पास किसी क्लिनिक से स्वचालित बाह्य डिफिब्रिलेटर (एईडी) लें और व्यक्ति बेहोश है, तो इसका उपयोग करने के लिए डिवाइस के निर्देशों का पालन करें.