Mar 27, 2025, 03:56 PM IST
खराब होती लाइफस्टाइल और खानपान का असर पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी पर भी पड़ रहा है, जिससे पुरुषों में बांझपन की समस्या तेजी से बढ़ रही है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हाल ही के दिनों में पुरुषों में बांझपन के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है, हर 15 में से एक भारतीय कपल इस समस्या से जूझ रहा है.
पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी में गिरावट से महिलाओं में गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है और यहां तक कि गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है.
कई स्टडी में पाया गया है कि पिछले कुछ दशकों में पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी में गिरावट का मुख्य कारण तनाव, प्रदूषण और अनहेल्दी लाइफस्टाइल है.
इसके अलावा धूम्रपान और शराब का सेवन, मोटापा, मानसिक तनाव और बढ़ती उम्र से स्पर्म की क्वालिटी में प्रभाव पड़ रहा है. ऐसे में इसपर ध्यान देना जरूरी है.
खासतौर से 30-40 साल के पुरुषों में स्पर्म हेल्थ की समस्या बढ़ी है, ऐसे में इसे लेकर सतर्क रहना जरूरी है और ऐसी स्थिति में सीमन एनालिसिस करवाना जरूरी है.
बता दें कि यह एक साधारण, गैर-इनवेसिव टेस्ट है, जो स्पर्म की मात्रा, गतिशीलता, साइज और डीएनए क्वालिटी का विश्लेषण करता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए ज्योतिष से संपर्क करें.)