भारत के वो 10 लोकप्रिय राजनीतिक नारे जिनसे गूंज उठी राजनीति
Raja Ram
लाल बहादुर शास्त्री ने 1965 में यह नारा दिया था, जो भारतीय किसानों और सैनिकों के संघर्ष और योगदान की सराहना करता है.
नारा- जय जवान, जय किसान
इंदिरा गांधी ने 1971 में यह नारा दिया था, जिसका मुख्य उद्देश्य देश से गरीबी को खत्म करना था.
नारा- गरीबी हटाओ
अटल बिहारी वाजपेयी ने 1998 में यह नारा दिया था, जिसमें उन्होंने जवानों, किसानों और विज्ञान को देश की प्रगति में अहम बताया.
नारा- जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान
2014 में भारतीय जनता पार्टी ने यह नारा दिया था, जो चुनावी माहौल को पूरी तरह से बदलने में सफल रहा.
नारा- अब की बार, मोदी सरकार
जयप्रकाश नारायण ने 1977 में यह नारा दिया था, जिसका उद्देश्य इंदिरा गांधी की सत्ता को चुनौती देना था.
नारा- इंदिरा हटाओ, देश बचाओ
2014 में भारतीय जनता पार्टी ने यह नारा दिया था, जिसमें अच्छे दिन लाने का वादा किया गया था.
नारा - अच्छे दिन आने वाले हैं
कांग्रेस पार्टी ने 2004 में यह नारा दिया था, जो आम आदमी के साथ पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाता था.
नारा- कांग्रेस का हाथ, आम आदमी के साथ
2024 में भारतीय जनता पार्टी ने यह नारा दिया था, जिसमें उन्होंने आगामी चुनावों में 400 सीटों के लक्ष्य को रखा था.
नारा- अबकी बार, 400 पार
1996 में भारतीय जनता पार्टी ने यह नारा दिया था, जो सत्ता परिवर्तन के संकेत के रूप में था.
नारा- बारी बारी सबकी बारी, अबकी बारी अटल बिहारी
ममता बनर्जी ने 2011 में यह नारा दिया था, जिसने बंगाल की राजनीति में क्रांतिकारी बदलाव लाया.
नारा- मां, माटी, मानुष