Aug 18, 2024, 09:02 PM IST
पहले बनाया मंदिर फिर नदी कूदकर कारीगर ने दे दी जान
Sumit Tiwari
भारत में कई प्रसिद्ध मंदिर मौजूद हैं. जिसके बारे में अलग-अलग तरह की मान्यताएं हैं.
आज हम आपको ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं.
कहा जाता है कि इस मंदिर को बनाने के बाद मुख्य कारीगर ने नदी में कूदकर अपनी जान दे दी थी.
इस मंदिर का निर्माण 1200 कुशल शिल्पियों नें किया था.
इसका काम पूरे 12 साल तक चला लेकिन मंदिर पूरा नहीं बन पाया.
इसके बाद मुख्य शिल्पकार दिसुमुहराना के बेटे धर्मपदा ने इसका निर्माण कार्य पूरा किया.
सके बाद मुख्य शिल्पकार दिसुमुहराना के बेटे धर्मपदा ने इसका निर्माण कार्य पूरा किया.
कहते है मंदिर बनवाने के बाद धर्मपदा ने चंद्रभागा नदी में कूदकर जान दे दी थी.
हम भगवान सूर्य को समर्पित कोणार्क सूर्य मंदिर की बात कर रहे हैं.
इस मंदिर का निर्माण कलिंग शैली में हुआ है. कभी इस मंदिर से 2 किमी दूर चंद्रभागा नदी बहती थी.
वर्तमान में ये नदी विलुप्त हो गई है. सूर्य मंदिर की संरचना रथ के आकार की है.
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