Mar 3, 2024, 02:41 PM IST

कौन थीं हमीदा बानू बेगम, जो पढ़ती थी रामायण 

Kavita Mishra

मुगल बादशाहों को लेकर कई तरह की कहानियां कही और सुनी जाती हैं. 

 क्या आप जानते हैं कि एक मुगल बादशाह की मां रामायण पढ़ा करती थी. 

हम बात कर रहे हैं, तीसरे मुगल सम्राट अकबर की मां हमीदा बानो की.

 उन्हें अकबर की तरफ से मरणोपरांत मरियम मकानी का सम्मान दिया गया था. 

उनकी रामायण की प्रति मूल रूप से 56 बड़े चित्रों के साथ 450 पन्नों से बनी थी.

1990 के दशक तक लगभग अज्ञात यह रामायण मुगल-प्रायोजित संस्कृत ग्रंथों के इतिहास में एक मील का पत्थर है.

माना जाता है कि इसे लाहौर में कलाकारों के एक छोटे समूह ने मिलकर बनाया था.

1604 में हमीदा बानो एस्टेट ने इसे केंद्रीय मुगल पुस्तकालय में ट्रांसफर कर दिया.

2000 में कतरी शाही शेख सउद अल थानी के पास पहुंची. उन्होंने इसमें से गायब हो चुके अधिकांश चित्रों को नए सिरे से बनाया और इसमें शामिल किया.