Mar 4, 2024, 09:31 PM IST

इस मुगल बादशाह को उल्लू बनाकर ले लिया था कोहिनूर

Kuldeep Panwar

मुगल वंश को युद्धों में हर दुश्मन को हराने के लिए याद करते हैं, लेकिन एक बादशाह इसके उलट था, जिसकी याद अय्याशियों के लिए आती है.

मुगलों के 13वें शासक नसीरूद्दीन मुहम्मद शाह ऐसे अय्याश मिजाज थे कि उन्हें इतिहास में मुहम्मद शाह रंगीला के नाम से ही याद करते हैं.

7 अगस्त 1702 को जन्मे मुगल शहजादे रोशन अख्तर ने सैय्यद बंधुओं की मदद से भाइयों को मारकर ताज पाया और मुहम्मद शाह नाम रखा था. 

मुहम्मद शाह को यूं तो बेहतरीन चित्रकार और संगीतज्ञ के तौर पर भी याद करते हैं, लेकिन उनकी ज्यादा चर्चा रंगीन मिजाजी के लिए होती है.

कहा जाता है कि मुहम्मद शाह इतने रंगीन मिजाज थे कि वे मुगल दरबार में भी अपने साथ सोने वाली लड़कियों के कपड़े पहनकर पहुंच जाते थे. 

कई इतिहासकारों ने लिखा है कि मुहम्मदशाह रंगीला मुगल दरबार में तवायफों के नाच देखते-देखते अपने कपड़े उतारकर नंगे भी हो जाते थे.

रंगीला के राज में दिल्ली सल्तनत को कमजोर देखकर 1737 में मराठा पेशवा बाजीराव प्रथम ने तीन दिन तक दिल्ली पर ताला लगाए रखा था.

बाजीराव के लौटने के बाद 1739 में ईरान के लुटेरे नादिरशाह ने दिल्ली पर आक्रमण किया और यहां पूरे 56 दिन तक लूटपाट की थी.

नादिरशाह ने लाल किले में घुसते ही अपने ऊपर गोली चलने से नाराज होकर दिल्ली में सड़कों पर 40,000 लोगों का कत्ल-ए-आम करा दिया था.

नादिरशाह लौटते समय अपने साथ दिल्ली का बेशकीमती तख्त-ए-ताउस सिंहासन और दुनिया का सबसे कीमती कोहिनूर हीरा ईरान ले गया था.

कोहिनूर हीरे के नादिरशाह को मिलने की बेहद अजब कहानी है. दरअसल नादिरशाह से छिपाने के लिए रंगीला ने हीरा अपनी पगड़ी में छिपा लिया था.

रंगीला ने नशे में यह बात अपनी रखैल नूरबाई को बता दी. नूरबाई ने जान बचाने को यह राज नादिरशाह को बताया, जिसने फिर एक चाल चली.

नादिरशाह ने रंगीला से कहा कि ईरान में दोस्त पगड़ी आपस में बदलते हैं. यह कहकर नादिरशाह ने रंगीला की पगड़ी के साथ कोहिनूर हथिया लिया.

नादिरशाह से हारकर टूटे रंगीला को अफीम की लत लग गई, जिससे उसे गु्स्से के दौरे की बीमारी हो गई. 15 अप्रैल. 1748 को 46 साल की उम्र में उसका निधन हो गया.