Apr 16, 2025, 01:06 AM IST

भारत में कहां मिलते हैं मूंगफली से भी सस्ते काजू

Kuldeep Panwar

'थोड़े कमजोर हो गए हो, कुछ काजू-बादाम खाओ' यह सलाह भारत में आपको हर दूसरा आदमी ये सलाह देता हुआ दिखाई दे जाएगा.

आप यदि सोचते हैं कि औसतन 1,000 रुपये किलो बिकने वाले काजू-बादाम कैसे खाएं? तो कम से कम अगली बार काजू के लिए ये मत सोचना.

आज हम आपको अपने देश भारत की उस जगह के बारे में बताएंगे, जहां काजू आपको मूंगफली से भी बेहद सस्ते दामों में बिकते मिल जाएंगे.

यदि आप यह सुनकर हैरान हो रहे हों तो थोड़ा ठहर जाइए, क्योंकि उस जगह का नाम ऐसा है, जिसे सुनकर आप हर हाल में चौंक जाएंगे.

यह जगह है झारखंड राज्य का जामताड़ा, जो पूरे देश में साइबर क्राइम के गढ़ के तौर पर मशहूर है और जिस पर वेब सीरीज भी बन चुकी है.

इसी जामताड़ा शहर से महज 4 किलोमीटर दूर मौजूद नाला गांव अपने काजू बागान के लिए फेमस है, जिसे IAS कृपानंद झा की पहल पर वन विभाग ने 1990 में बसाया था.

नाला गांव में काजू आपको सड़क किनारे आलू-प्याज और टमाटर की तरह 40-50 रुपये किलोग्राम की कीमत पर बिकता हुआ मिल जाएगा.

नाला गांव को इसी खासियत के कारण 'काजू सिटी (City Of Cashews)' भी कहकर बुलाया जाता है, जहां हर साल हजारों टन काजू पैदा होता है.

नाला में करीब 50 एकड़ जमीन पर काजू की खेती होती है, लेकिन किसानों के पास आज भी काजू को ड्राई और स्टोर करने की सुविधा नहीं है.

डिमांड से सप्लाई ज्यादा होने के कारण यहां Raw Cashews महज 40-50 रुपये किलो और प्रोसेस्ड काजू 150-200 रुपये किलो तक मिल जाता है.

जामताड़ा के अलावा झारखंड के संथाल परगना और दुमका में भी यही हालात है. वहां भी किसानों को काजू बेहद सस्ते दामों में बेचने पड़ते हैं.

इन इलाकों के किसानों के पास सुविधाएं नहीं होने का लाभ बिचौलिए उठाते हैं, जो इनसे सस्ते दामों पर काजू खरीदकर महंगे दामों पर सप्लाई करते हैं.

ट्रे़डिंग करने वाले बिचौलिए जहां मोटी कमाई करते हैं, वहीं पूरा साल मेहनत करके काजू उगाने वाले किसान फिर भी लगातार गरीब बने रहते हैं.