Mar 3, 2024, 09:20 PM IST

दशरथ की वजह से कैकेयी ने मांगा था राम के लिए वनवास

Smita Mugdha

राजा दशरथ की तीन रानियों में कैकेयी उन्हें सबसे ज्यादा प्रिय थी, लेकिन भगवान राम के लिए 14 वर्ष का वनवास भी उन्होंने मांगा था.

लोगों ने कैकेयी को नकारात्मक रूप में देखा है और उन्हें राम और सीता के जीवन में आई तकलीफों के लिए खलनायक समझा जाता है. 

असल में कैकेयी ने दशरथ से भगवान राम के वनवास का वरदान मांग राजा दशरथ और रघुकुल वंश को बचाया था. 

कैकेयी राजा अश्वपति की बेटी थी जिनके राजपुरोहित श्रवण कुमार के पिता रत्नऋषि थे और उन्होंने ही कैकेयी को वेद-शास्त्रों की शिक्षा दी थी.

कैकेयी को वेद-शास्त्रों की शिक्षा रत्नऋषि ने ही दी थी और उन्होंने बताया था कि दशरथ की कोई संतान राजगद्दी पर नहीं बैठ पाएगी. 

ज्योतिष गणना के आधार पर उन्होंने बताया था कि दशरथ की मृत्यु के बाद 14 वर्ष तक उनकी कोई संतान गद्दी पर बैठी तो रघुकुल का नाश हो जाएगा.

श्रवण कुमार के पिता ने ही दशरथ को पुत्र वियोग में मृत्यु का श्राप दिया था जिसकी वजह से उन्हें राम के वियोग में प्राण त्यागने पड़े थे. 

रघुकुल वंश को बचाए रखने के लिए कैकेयी ने राजा दशरथ से राम के लिए 14 वर्ष का वनवास वरदान में मांगा था.

कैकेयी को लगा था कि अगर ज्योतिष के मुताबिक आशंका सिद्ध हो गई, तो दशरथ और रघुकुल दोनों का नाश हो जाएगा.